जयनगर में नाबालिग बहन से अभद्र व्यहवार का विरोध करने पर मनचलों ने भाई को मारी गोलू
दो मनचलों को पिस्तौल के साथ पुलिस ने किया गिरफ्तार मधुबनी
जयनगर नाबालिक बहन से हो रहे छेड़खानी का विरोध करना एक युवक को उस समय भारी पर गया जब रंगदार टाइप आरोपी युवको ने इससे नाराज होकर उसे गोली मार दी।धायल युवक का इलाज जयनगर के एक निजी क्लीनिक मे चल रहा है। उसकी हालत खतरे से बाहर बताया जा रहा है।घटना सोमवार की है।पुलिस ने दो आरोपियो को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया है जबकी फरार चल रहे एक आरोपी की गिरफ्तारी के लिये सधन छापेमारी चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बासोपट्टी थानाक्षेत्र के मढि़या गांव निवासी नरेन्द्रयादव का पूत्र सुजीतयादव व इन्द्रजीतयादव काफी दिनो से इसी गांव के श्यामसुन्दर यादव कि नावालिक पूत्री के संग छेड़खानी किया करता था।परिवार के लोग इसका विरोध करते थे।बीते रविवार को इसी बात को लेकर दोनो पक्षो मे विवाद हुआ था।जिसे ग्रामीणो के हस्तक्षेप से शान्त कराया गया।आरोपी युवक सहोदर भाई और दबंग छवि के बताये जा रहे है।रविवार कि रात दोनो पक्षो मे हुये विवाद से नाराज दोनो भाई सोमवार को अपने सहयोगी वीरेन्द्रयादव के साथ छेड़खानी पीडि़ता के घर पर पहुंचे और जैसे ही उसका 20 वर्षीय भाई रौशनकुमार बाहर निकला ।उसे गोली मार दी और फरार हो गये।बाद मे ग्रामीणो कि सूचना पर पुलिस ने दोनो भाई को घटना मे इस्तेमाल किये गये पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया। उसका सहयोगी वीरेन्द्र यादव फिलहाल फरार चल रहा है।पीडि़ता व आरोपी का घर एक ही गांव मे करीब 500मीटर के दायरे मे पड़ता है।जयनगर के ए एस पी ने धायल युवक कि हालत खतरे से बाहर बताते हुये कहा कि गोली युवक के पेट मे लगी थी,जिसे सफल औपरेशन के बाद बाहर निकाल लिया गया है।उन्होने मामले के प्रेम-प्रसंग से जुडे़ होने कि संभावना व्यक्त करते हुये कहा कि मामले के सभी पहलुओ की जांच किया जा रहा है।फरार आरोपी कि गिरफ्तारी के लिये बासोपट्टी के थानाध्यक्ष इंदलयादव के नेतृत्व मे सघन छापेमारी किया जा रहा है।दिनदहाडे़ हुई इस घटना से गांव के लोग सकते मे आ गये है।धटना को लेकर दबी जवान से इसे दबंगो द्वारा किये जा रहे यौनशोषण का मामला बता रहे है।स्थानीय लोगो कि चिन्ता कमजोर तबके के बहु-बेटियो कि अ अस्मत कि सुरक्षा को लेकर है।ज्ञातव्य हो कि अनुमंडल मुख्यालय जयनगर से करीब 12 किलोमीटर दुर दक्षिण-पश्चिम कोण मे स्थित मढि़या गांव यादव बहुल्य माना जाता है।आरोपी इसी समुदाय के है।जबकि पीडि़त समुदाय कि यहां कम संख्या है।ग्रामीणो ने बताया कि गांव के दबंग प्रवृति के लोगो द्वारा प्रायः ऐसी घटना को अंजाम दिया जाता है।लोकलाज के भय से एक तो ऐसे मामले सतह पर नही आते।यदा कदा कभी कोई मामला सामने आता भी है तो उसे प्रभावशाली लोगो के द्वारा नाजायज तरीके से दबा दिया जाता है।उससे अमजोर तबको के लोगो प्रायः भय कि स्थिति बनी रहती है।